Cart (0) - ₹0
  1. Home
  2. / place
  3. / rudraprayag

Rudraprayag

उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित, रुद्रप्रयाग अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के मनोरम संगम पर बसा एक पवित्र शहर है। भगवान शिव के 'रुद्र' रूप के नाम पर बसा यह स्थान पांच प्रयागों (पांच पवित्र संगमों) में से एक है। हिंदू पौराणिक कथाओं में रुद्रप्रयाग का गहरा महत्व है, और यह प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के मार्ग पर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। प्रकृति प्रेमियों और आध्यात्मिक साधकों के लिए समान रूप से आकर्षक, रुद्रप्रयाग अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले मंदिरों, शानदार नदी के दृश्यों और हरे-भरे हिमालय की तलहटी के लिए जाना जाता है।

Rudraprayag के अन्य नाम क्या है? | Rudraprayag ka doosra nam?

Rudraprayag का दूसरा नाम (alternative name) punar आदि है। लेकिन मुख्य नाम Rudraprayag है।

स्थान विवरण

  • भौगोलिक निर्देशांक: 30.2851° N, 78.9909° E
  • पिनकोड: 246171
  • ऊंचाई: 690 मीटर
  • जनसंख्या: 9313

अतिरिक्त जानकारी

  • समय क्षेत्र: Indian Standard Time (IST) - UTC +5:30
  • सृजन की तारीख: 2024-04-03 17:13:31

Latest Quiz

View All

क्या केदारनाथ मंदिर में जींस की अनुमति है?

दोस्तों वेसे तो केदारनाथ मंदिर में कोई सख्त ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन अगर मंदिरों की बात करें तो शालीन कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। तो कृपया सही कपड़े पहन कर जाए। आपत्ति जनक कपड़े न पहने। 

Rajendra Singh
5 places

द्वारका से सोमनाथ कितने घंटे का रास्ता है?

द्वारका से सोमनाथ की दूरी लगभग 232 किलोमीटर है और कार से यात्रा करने में लगभग 4 घंटे लगते हैं। आप बस या ट्रेन से भी यात्रा कर सकते हैं, जिसमें क्रमशः 5-6 घंटे और 6-7 घंटे लगते हैं। यहां द्वारका से सोमनाथ जाने के लिए कुछ मार्ग दिए गए हैं:कार द्वारा:...

Rajendra Singh
25 places

सोमनाथ मंदिर की महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख

5वीं शताब्दी ईसा पूर्व: चंद्रवंशी राजा सोमदेव द्वारा मंदिर का निर्माण। 1024: महमूद गजनवी द्वारा मंदिर पर आक्रमण और लूट। 1297: अलाउद्दीन खिलजी द्वारा मंदिर का विनाश। 1780: पेशवाओं द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार। 1947: भारत की स्वतंत्रता। 1951: मंदिर का पुनर्निर्माण और उद्घाटन। आज, सोमनाथ मंदिर भारत के स...

Rajendra Singh
10 places

सोमनाथ मंदिर की विशेषताएं

ज्योतिर्लिंग: सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला है, जो भगवान शिव के स्वयंभू प्रकट होने के स्थानों का प्रतीक हैं।शिवलिंग: मंदिर में स्थापित शिवलिंग 7 फीट ऊँचा है और सोने से ढका हुआ है।वास्तुक...

Rajendra Singh
16 places

सोमनाथ मंदिर का इतिहास क्या है?

सोमनाथ मंदिर का इतिहास सोमनाथ मंदिर, जो गुजरात के वेरावल शहर में स्थित है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता है। मंदिर का इतिहास: <...

Rajendra Singh
12 places

सोमनाथ मंदिर में किसकी मूर्ति है?

सोमनाथ मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति है। यह मूर्ति ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजनीय है। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के स्वयंभू प्रकट होने के स्थानों का प्रतीक हैं। सोमनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयंभू माना जाता है, अर्थात यह मानव निर्मित नहीं है। यह 7 फीट ऊँचा है औ...

Rajendra Singh
13 places

सोमनाथ का रहस्य क्या है?

सोमनाथ मंदिर कई रहस्यों से जुड़ा हुआ है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं: ज्योतिर्लिंग: सोमनाथ 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला है, जो भगवान शिव के स्वयंभू प्रकट होने के स्थानों का प्रतीक हैं। अनन्त ज्योति&...

Rajendra Singh
18 places

सोमनाथ मंदिर कब जाना चाहिए?

सोमनाथ मंदिर भारत के गुजरात राज्य में स्थित है और यह एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। इस मंदिर को किसी भी समय जाया जा सकता है, लेकिन सबसे अच्छा समय शिवरात्रि, महाशिवरात्रि, और पूर्णिमा जैसे हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों पर यहाँ जाना चाहिए। अगर आप भारत के अन्य...

Rajendra Singh
18 places

सोमनाथ शिवलिंग की ऊंचाई कितनी है?

सोमनाथ शिवलिंग की ऊंचाई 7 फीट है। यह ऊंचाई शिवलिंग के आधार से लेकर शीर्ष तक मापी गई है। शिवलिंग का आधार एक चबूतरे पर स्थित है, ओर जो जमीन से लगभग 2 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। सोमनाथ शिवलिंग को ज्योतिर्लिंग माना जाता है, जिसके बारे में हिंदू धर्...

Rajendra Singh
13 places